गड्ढा मुक्त सड़कों का सरकारी नारा नारा ही बनकर रह गया सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी अधिकारी ठेकेदारों से सांठगांठ कर, सिर्फ भ्रष्टाचार में लगे हैं सड़कें बनने से पहले ही उखड़ जाती है टूट जाती है अधिकारियों का ध्यान इस तरफ क्यों नहीं जाता है क्या जनता का पैसा सिर्फ काली कमाई के काम आता है ठेकेदारों पर इनकी रहम दिल्ली भ्रष्टाचार को कहीं न कहीं मौन स्वीकृति देती है
सर का जब अधिकारियों की देखरेख में बनती हैं इतनी जल्दी टूट क्यों जाती हैं
सड़कों का पांच कार्य सिर्फ एक दिखावा बनकर रह जाता है!
शहर का मुख्य मार्ग हो या गड्ढे जब तक नहीं भरे जाते तब तक के वहां कोई बड़ा हादसा ना हो जाए!
सिकंदरा बोदला रोड के मंडी पर पानी की लीकेज के कारण एक गड्ढा हो गया किंतु उस गड्ढे को ठीक करने की जय मत किसी अधिकारी ने किसी ठेकेदार ने नहीं उठाई सैकड़ों अधिकारी दिनभर इस रोड से गुजरते हैं लेकिन भ्रष्टाचार का लगा हुआ चश्मा उनको इन अव्यवस्थाओं को देखने नहीं देता
जल निगम जी हमको इस घटना से अवगत कराते हुए पानी लीकेज रोकने की बात कही तो उन्होंने आतंकी पोटरी से हमें लाभ दिया किंतु अभी तक उसको दुरुस्त नहीं कराया गया
अब देखने वाली बात यह होगी आश्वासन के बजन से हम लोग कब तक दबे रहेंगे
ब्यूरो भारतीय 24