पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है वहीं पर सभी लोग अपने रोजगार को तलाशने में जुटे हुए हैं परंतु कुछ व्यक्ति कोरोना महामारी को अपना मौका समझकर अवैध तरीके से पैसा कमाने में जुटे हुए हैं यही देखने को मिला बिजनौर जनपद के ब्लॉक जलीलपुर एक जन सेवा केंद्र सिद्धार्थ कंप्यूटर पर जिस के संचालक गौरव कुमार जी हैं उन्होंने विगत कई वर्षों से जनसेवा केंद्र चलाया हुआ है लेकिन कोरोना काल के बाद उन्हें सीएससी के द्वारा आधार कार्ड बनाने का कार्य किया गया है जबकि यह कार्य एक सामाजिक कार्य है जिसका शुल्क सरकार के द्वारा मात्र ₹30 निर्धारित किया गया है परंतु सीएससी संचालक गौरव कुमार के द्वारा ₹30 ना लेकर कर आने वाले ग्राहकों से ₹110 में मोबाइल नंबर अपडेट तथा इसके अलावा कोई अन्य कार्य हेतु ₹50 प्रति कार्य हेतु बढ़ा दी जाती है यदि किसी ग्राहक को अपने आधार कार्ड में मोबाइल नंबर और जन्मतिथि या नाम बदलना है तो उसे 110 और ₹50 अन्य शुल्क कुल मिलाकर 160 का भुगतान करना होगा इस घटना की जानकारी जिला प्रभारी से की गई श्री सचिन कुमार एवं नसीम अहमद ने बताया कि यह गलत है सीएससी के द्वारा ₹30 से ₹50 तक निर्धारित है वह गलत है सी एस सी संचालक ने बताया की हल्दौर व चांदपुर से तो काफी कम शुल्क वसूल रहे हैं वहां पर तो ₹400 से ₹500 तक लिए जाते हैं अब देखना यह है कि संचालक के ऊपर सीएससी के जिला प्रभारी ब्लॉक प्रभारी क्या कार्यवाही कर पाते हैं या जनता को इसी तरह लूटने दिया जाता है सेंटर पर ग्राहक उपस्थित थे उन्होंने बताया कि पर आधार कार्ड पर 100 से 150 तक ले रहे हैं हम लोगों को सुबह से शाम तक यही रहना पड़ता है टोकन के द्वारा हम लोगों का नंबर आता है और अगर कोई अधिक पैसे दे देता है तो उसका नंबर हम लोगों से पहले आ जाता है और हम यूं ही अपने छोटे बच्चों के साथ दिनभर बिलखते रहते हैंपूरे दिन सीएससी केंद्र पर लॉक डाउन के समस्त नियमो की धज्जियां उड़ाई जाती है और साथ ही देखने को मिला की सी एस सी संचालक भी कोरोना माहमारी के किसी भी नियम का कोई पालन नहीं कर पा रहा है ना तो केन्द्र संचालक के मुंह पर मास्क है ना ही ग्राहकों के ।इस तरह से ये सीएससी केंद्र कोराना को दवात दे रहे हैं।